🚨 बांदा में बवाल: ग्रामीणों ने नीलाम 112 कार को समझा चोरी की, खरीददारों की जमकर पिटाई
🛑 तिंदवारी बाईपास पर हंगामा – 112 पुलिस की कार को चोरों की गाड़ी समझ कर ग्रामीण हुए हमलावर
👊 अफवाह बनी आफत: 112 गाड़ी के खरीदारों को ग्रामीणों ने बीच सड़क पर पीटा
🛻 नीलाम हुई 112 गाड़ी बनी विवाद का कारण – ग्रामीणों ने खरीददारों पर बरसाए लाठियां
⚡ सड़क पर अफरातफरी: चोरी की कार समझ कर ग्रामीणों ने नीलामी के खरीदारों को घेरकर पीटा
🚔 112 गाड़ी के नाम पर बवाल – ग्रामीणों ने की तोड़फोड़, खरीददारों को बना लिया निशाना
🔥 चोरी की गाड़ी का शक, नीलामी खरीदारों की जमकर धुनाई – पुलिस पहुंची मौके पर
😱 112 कार बनी विवाद की वजह: ग्रामीणों ने खरीदारों को चोर समझकर मचाया हंगामा
📰 बांदा में बड़ा बवाल: नीलाम 112 गाड़ी को लेकर खरीदारों की सरेआम पिटाई
🛑 गाड़ी खराब, मिस्त्री के पास पहुंचे खरीदार – ग्रामीणों ने समझा चोर, कर दी जमकर पिटाई
कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के तिंदवारी बाईपास पर रविवार को एक अजीबोगरीब मामला सामने आया। कानपुर से खरीदी गई नीलाम 112 पुलिस की गाड़ी को ग्रामीणों ने चोरी की गाड़ी समझ लिया। गाड़ी के खराब हो जाने पर मिस्त्री के पास रुके लोगों पर ग्रामीणों को शक हुआ और देखते ही देखते सड़क पर हंगामा खड़ा हो गया।
ग्रामीणों ने गाड़ी को चारों ओर से घेर लिया और तोड़फोड़ शुरू कर दी। मौके पर अफरातफरी का माहौल बन गया। इसी बीच कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि चोर 112 पुलिस की गाड़ी लेकर फरार हो रहे हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुँचा। जांच-पड़ताल के बाद सच्चाई सामने आई कि यह गाड़ी चोरी की नहीं, बल्कि कानपुर से नीलाम होकर खरीदी गई थी और उसे कानूनी तरीके से ले जाया जा रहा था।
बांदा/तिंदवारी, 07 सितंबर 2025 –कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के तिंदवारी बाईपास पर रविवार को एक अप्रत्याशित विवाद खड़ा हो गया, जब कानपुर से नीलामी के बाद खरीदी गई 112 पुलिस की गाड़ी को ग्रामीणों ने चोरी की कार समझ लिया। गाड़ी के खराब होने पर मिस्त्री के पास रुके वाहन को देखकर ग्रामीणों में शक पैदा हो गया, जिसके बाद देखते ही देखते सड़क पर उबाल आ गया।
ग्रामीणों ने गाड़ी को घेरे में लेते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी और अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया। इस बीच कुछ स्थानीय निवासियों ने पुलिस को सूचना दी कि चोर पुलिस की कार लेकर फरार हो रहे हैं। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
पुलिस की जांच में मामला साफ हुआ कि यह गाड़ी चोरी की नहीं है, बल्कि कानपुर से नीलामी की गई कानूनी खरीददारी है और इसे कानूनी प्रक्रिया के तहत तिंदवारी ले जाया जा रहा था। पुलिस ने तुरंत स्थिति को संभाला और विवाद को शांत कराया।
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