श्री राजीव कृष्णा, पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश की गरिमामयी उपस्थिति में सेंचुरियन विश्वविद्यालय, ओडिशा और राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला, उत्तर प्रदेश के बीच प्रशासनिक, शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।
MoU के प्रमुख लाभ:
*संयुक्त शिक्षण, प्रशिक्षण और अनुसंधान पहल।
*शोध सामग्री, प्रकाशनों और पुस्तकालय संसाधनों का आदान-प्रदान।
*वैज्ञानिक उपकरणों, सॉफ्टवेयर और प्रयोगशाला सुविधाओं का सदुपयोग।
*वैज्ञानिकों और शोधार्थियों के लिए सह-मार्गदर्शन के अवसर।
यह MoU छात्रों को तेजी से विकसित हो रहे फोरेंसिक विज्ञान क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्रदान करेगा, उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाएगा तथा अत्याधुनिक अनुसंधान को बढ़ावा देगा, जो देश भर में कानून प्रवर्तन और न्यायिक प्रणालियों का समर्थन करेगा।
@dgpup ने इस MoU की सराहना करते हुए कहा कि यह ज्ञान-विनिमय, नवाचार और फोरेंसिक क्षमता-वृद्धि की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह न केवल शैक्षणिक शोध को मजबूत करेगा, बल्कि प्रदेश की फोरेंसिक संरचना को नई वैज्ञानिक शक्ति प्रदान करेगा। यह पहल उत्तर प्रदेश को वैज्ञानिक अन्वेषण और फोरेंसिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिदेशक के जनरल स्टाफ अधिकारी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, तकनीकी सेवाएं मुख्यालय एवं प्रभारी निदेशक, विधि विज्ञान प्रयोगशाला, सेंचुरियन विश्वविद्यालय, ओडिशा के प्रेसीडेंट प्रोफेसर मुक्तिकान्त मिश्र, वाइस चांसलर डॉ. सुप्रिया पटनायक, निदेशक सुश्री मोनालिशा घोष और एसोसिएट डीन डॉ. रीना सी. झमतानी उपस्थित रहे।
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