फतेहपुर के खागा सीएचसी में आशा कार्यकर्ताओं ने चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सरल सोनी पर दुर्व्यवहार और आर्थिक शोषण का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि डॉ. सोनी ने उनका वेतन रोक दिया है और उनके साथ अशब्द भाषा का प्रयोग करते हैं। आशा कार्यकर्ताओं ने जिला अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।डॉ. सरल सोनी पर आशा कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप है, जिससे उन्हें मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है।आशा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि डॉ. सोनी ने उनका वेतन रोक दिया है, जिससे उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
बताते चले कि आज सीएचसी हरदो अधीक्षक डॉ सरल सोनी ने आशा बहुओं को मीटिंग के लिए बुलाया और मीटिंग के दौरान आशाओं को महीने में उन्हें कुछ माहवारी देने के लिए कहा आशाओं के मना करने पर गाली गलौच करने लगे उसके बाद आशाओं के विरोध करने पर वो मीटिंग हाल से भाग निकले।सीएचसी खागा में पीने के पानी और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।
आशा कार्यकर्ताओं ने डॉ. सरल सोनी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है ताकि वे मानसिक शोषण से बच सकें¹।
ऐसे मामलों में प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। पूर्व में भी खागा सीएचसी के अधीक्षक पर उगाही के आरोप लगे थे, जिसके बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था। अब देखना यह है कि इस मामले में क्या कार्रवाई की जाती है।
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