मेरठ। कमिश्नरी ऑफिस के मुख्य द्वार पर मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक मां-बेटे की जोड़ी ने आत्मदाह की कोशिश कर डाली। युवक अजय और उसकी मां सावित्री ने गेट पर पहुंचकर अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलते हुए जोर-जोर से “नगर आयुक्त हाय-हाय!” के नारे लगाने शुरू कर दिए।
हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सूझबूझ दिखाते हुए युवक के हाथ से बोतल छीन ली और स्थिति को तुरंत काबू में कर लिया। इससे एक बड़ा हादसा टल गया।
✨ आत्मदाह की वजह?
परिवार का आरोप है कि नगर आयुक्त और प्रशासनिक लापरवाही से वे लंबे समय से परेशान थे। कई बार शिकायतें की गईं लेकिन सुनवाई न होने से वे निराश हो गए और यह कदम उठाया।
आत्मदाह या आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है।
प्रशासन और न्यायिक व्यवस्था के जरिए अपनी बात मजबूती से रखना ही सही रास्ता है।
समाज को चाहिए कि ऐसी परिस्थितियों से जूझ रहे परिवारों को हिम्मत दें, न कि उन्हें हार मानने पर मजबूर करें।
याद रखिए, “जिंदगी अनमोल है – और संघर्ष ही जीत का रास्ता है।”
प्रशासन की भूमिका
इस घटना के बाद मेरठ पुलिस व प्रशासन अलर्ट हो गया है। अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी और पीड़ित परिवार की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाएगा।
0 टिप्पणियाँ